आज की इस पोस्ट में हम बात करेंगे golden rules of accounting के बारे में .बहुत से लोग छोटे या बड़े किसी न किसी व्यापार से जुड़े है .प्रत्येक व्यापार जो वित्त्तीय प्रणाली से जुड़ा है चाहे वो सेवा के उद्देश्य से आरंभ किया गया हो या धन अर्जित करने के उद्देश्य से अपने व्यव्हारो का लेखांकन करना अनिवार्य है . सेवा प्रदान करने या किसी वस्तु को बेचने पर होने वाले लाभ या हानि की गणना करने के लिए लेखांकन किया जाता है .लेखांकन की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए लेखांकन जरुरी है .लेखांकन को सुचारू रूप से करने के लिए लेखांकन के स्वर्णिम नियम golden rules of accounting के बारे में जानकारी होना आवश्यक है.

3 Golden Rules of Accounting in Hindi लेखांकन के स्वर्णिम नियम क्या है ?
लेखांकन के प्रकार और नियम ही लेखांकन की नीव है . Golden Rules of Accounting को समझकर ही डेबिट और क्रेडिट का फैसला लिया जाता है. लेखांकन में double entry system का प्रयोग किया जाता है .जिससे कम से कम दो खाते प्रभावित होता है किसी एक खाते को डेबिट किया जाता है और दुसरे खाते को क्रेडिट.इस व्यवहार में डेबिट और क्रेडिट दोनों का बैलेंस सामान आता है है
What are the goden rules of accounting ? लेखांकन के स्वर्णिम नियम क्या है ?अगर आप अकाउंट के विद्यार्थी है तो ये पोस्ट आपके लिए है. किसी भी एकाउंटिंग कार्य के लिए लेखांकन के स्वर्णिम नियम का की जानकारी होना आवश्यक है.इस लेख में हम लेखांकन के नियमो के बारे में जानेंगे
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लेखांकन के स्वर्णिम नियम
मूलरूप से लेखांकन के तीन नियम है.
- व्यापर में जो आता है उसके डेबिट करते है और जो जाता है उसे क्रेडिट.( Debit what comes in and credit what goes out )
- प्राप्तकर्ता को डेबिट और देनेवाले को क्रेडिट किया जाता है ( Debit the receiver and credit the giver )
- सभी प्रकार के खर्चो को डेबिट और आय को क्रेडिट किया जाता है. ( All Expenses are debit and income or gains are credit )
अब ये समझ लेते है की इन नियमों का एकाउंटिंग में किस प्रकार उपयोग होता है .लेखांकन के नियमो के के उपयोग जानने से पहले हमे लेखांकन के प्रकार जानने होंगे जिन्हें Types of Accounts भी कहते है.
मुख्य रूप से लेखांकन के तीन प्रकार होते है
व्यक्तिगत खाते – Personal Account
वास्तविक खाते – Real Account
नाममात्र खाते – Nominal Account
लेखांकन के प्रकार Types of accounts in Accounting
पर्सनल अकाउंट : सभी व्यक्तिगत और संस्थात्मक खातो का पर्सनल अकाउंट में समावेश होता है किसी व्यक्ति के नाम का अकाउंट Vishal A/c , Ram A/c किसी किसी फर्संम या संस्था के नाम का अकाउंट HDFC Bank A /c ,बजाज फायनांस और वो सभी खाते जो व्यक्ति विशेष को संबोधित करते है ,जैसे Prepaid Exp, Outstanding salary का पर्सनल अकाउंट में समावेश होता है.
रियल अकाउंट : सभी प्रकार के वास्तविक खातो का रियल अकाउंट में समावेश होता है.रियल अकाउंट में कंपनी की दोनों प्रकार की संपत्ति के खातो का समावेश होता है . मूर्त संपत्ति जिसमे हमे देख सकते है, छु सकते है उदहारण के लिए Furniture Account, plant and machinery a/c, Building Account, Cash A/c अमूर्त संपत्ति Trade marks,Good will ,Patents . etc .
नोमिनल अकाउंट : वो सभी प्रकार के अकाउंट जो अवास्तविक है जो किसी वस्तु रूप में उपलब्ध नहीं है किंतु लेखांकन में उनका अस्तित्व है . नोमिनल अकाउंट में सभी प्रकार के खर्चो से जुड़े खातो का समावेश होता है उदाहरण. rent a/c ,Salary A/c, commission A/c, Discount A/c , Travelling A/c etc, Sale account Purchase account, Depreciation A/c.
निचे दी गयी टेबल के माध्यम से किस खाते के लिए कौन सा रूल लागु होता है आसानी से समझ सकते है .
PERSONAL ACCOUNT | REAL ACCOUNT | NOMINAL ACCOUNT |
DEBIT – RECEIVER | DEBIT – WHAT COMES IN | DEBIT – ALL EXPENSES & LOSSES |
CREDIT – GIVER | CREDIT- WHAT GOES OUT | CREDIT – ALL INCOME & GAINS |
RAM A/C, ABC GARMENTS | CASH, BUILDING A/C, FURNITURE AC, MACHINERY A/C | SALARY A/C, SHOP EXP, DISCOUNT A/C, DEPRECIATION A/C.INTEREST RECEIVED A/C, |
Example of Golden rules of Accounting
अब कुश उदहारण देकर लेखांकन के स्वर्णिम नियम (Golden rules of Accounting ) को समझाया गया है
Example 1 : राम ने राज गारमेंट्स को 10000 का चेक दिया भुगतना किया . इसमें बैंक और राम दोनों ही पर्सनल अकाउंट है राम व्यक्ति और बैंक representave person है.
इस व्यवहार में एंट्री इस प्रकार होंगी.
Bank Ac….Dr
TO Ram a/c.. CR
Example 2 : राम ने राज गारमेंट्स को 10000 रोकड़ दिया.
इस व्यवहार हो दो खाते प्रभावित होते है पर्सनल और रियल.राम पर्सनल है और नगद खाता रियल.
रोकड़ आ रहा है ( नियम : व्यापार में जो आवक होती है उसे डेबिट किया जाता है )
राम पैसे देनेवाला है . (देने वाले को क्रेडिट किया जाता है )
Cash a/c… Dr
TO Ram A/c
मशीन रिपेयर के लिए 2000 रुपये नगद भुगतान किये गए
Example 3 :इस व्यवहार में मशीन रिपेयर एक खर्चा है और नगद जा रहा है इससे दो प्रकार के खाते प्रभावित होते है नोमिनल अकाउंट ,और रियल अकाउंट .इन दोनों खातो के नियमो को देखते हुए इस प्रकार एंट्री की जायेंगी
Machinary exp A/c… DR
TO Cash a/c
FAQs ( Frequently Asked Questions on Golden rules of accounting )
लेखांकन के कितने स्वर्णिम नियम है ?
लेखांकन के तीन स्वर्णिम नियम है
रियल अकाउंट क्या होता है ?
जो खाते संपत्ति से जुड़े होते है उन्हें रियल अकाउंट कहते है जैसे नगद खाता , प्लांट एंड मशीनरी अकाउंट ,
नाममात्र खाते किसे कहते है ?
सभी प्रकार के खर्चे ,हानि और आय,व्यय से जुड़े खाते को नाममात्र खाते कहते है .जैसे सैलरी अकाउंट ,ऋण खाता ,मशीन रिपेअर खर्च ,
किसी व्यक्ति के नाम का खाता किस प्रकार का खाता होता है ?
व्यक्तिगत खाता ( पर्सनल अकाउंट )
इस लेख की संक्षिप्त जानकारी : लेखांकन के स्वर्णिम नियम के बारे में
इस पोस्ट में हमने जाना की लेखांकन के नियम क्या है ? लेखांकन के प्रकार और उनके रूल्स क्या है.Golden rules of accounting in hindi में उदाहरण देकर हमने जाना की किस अकाउंट के प्रकार में कौन सा अकाउंट आता है और लेखांकन का कौन सा नियम लागु होता है.
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