F11 Features in Tally Prime: टैली प्राइम एक ऐसा सॉफ्टवेअर है जो अकाउंट के कार्यो के साथ साथ स्टॉक प्रबंधन के लिए भी उपयोग किया जाता है.टैली में कार्य करने के लिए किसी भी यूजर का पहला कार्य होता है टैली में कंपनी बनाना.कंपनी बनाने के बाद हम अपनी जरुरत के अनुसार फीचर का उपयोग कर सकते है.
Tally के महत्वपूर्ण फीचर्स और कॉन्फ़िगरेशन को जानने के लिए F11 आप्शन के बारे में जानना आवश्यक है Tally prime me F11 option में कंपनी के वो फीचर्स दिए गए है जिन्हें हमे अपनी जरुरत के अनुसार उपयोग करने के लिए इनेबल ( सक्रिय) कर सकते है.
Tally prime me F11 features को ओपन करने के लिए Alk + k बटन दबाये. Alt+k – Company नाम के मेनू को ओपन करने के लिए होता है
Company menu में Features आप्शन कर क्लिक करे.
अब हमे यहाँ पर कुश सीमित फीचर मिलते है.डिटेल में देखने के लिए Show more features को yes करके उसके बाद show all features को yes करे.
F11 Features in Tally prime in hindi
यहाँ पर हमे पाँच प्रकार के फीचर्स मिलते है
एकाउंटिंग : Acounting में तीन फीचर मिलते है
- Maintain Accounts : इस आप्शन को yes किया जाता है टैली सॉफ्टवेर में एकाउंट्स मेन्टेन करना ही टैली यूजर का उद्देश्य होता है
- Enable bill Wise Entry : इसे yes करना अनिवार्य नहीं होता बिल वाइज का मतबल होता है एंट्री को किसी अन्य एंट्री के अगेंस्ट करना. जैसे किसी बिल के अगेंस्ट में पेमेंट प्राप्त होने पर रिसीप्ट एंट्री पास करने अमाउंट उस बिल के अगेंस्ट लिया जाता है इसे विस्तार से समझने के लिए आप इस लेख पर जाये
- Enable cost Centre : इसे भी yes करना अनिवार्य नहीं होता. cost centre मैनटेन करने के लिए इसे उपयोग किया जाता है.
इन्वेंटरी : इस फीचर का उपयोग इन्वेंटरी प्रबंधन के लिए किया जाता है.इस श्रेणी में account with inventory , Multiple price list , batch wise entry इनेबल करने के लिए आप्शन दिए गए है यदि आप टैली में स्टॉक मेन्टेन करना चाहते है तो इसे yes करे. टैली में स्टॉक आइटम कैसे बनाये जाते है इस बारे में जानने के लिए इस लेख पर जाये
Taxation : टैली सॉफ्टवेर सरकार की कर नीतियों के अनुसार बनाया गया है.इतना ही नहीं सरकार की और से कर प्रणाली में बदलाव होने पर भी टैली अपने यूजर के लिए नए रिलीज़ में उसे उपलब्ध करा देता है.टैक्सेशन श्रेणी में हम दिए गए टैक्स आप्शन को yes कर सकते है. GST, TDS, TCS ,etc को yes करके हम टैक्स आप्शन का उपयोग कर सकते है.इनमे सभी टैक्सेज को yes करना अनिवार्य नहीं होता पर gst जो वस्तुओ और सेवाओ पर लगाया जाता है उसे yes करना है. yes करके हम अपनी कंपनी का GST डिटेल्स दर्ज कर सकते है
Online Access : ऑनलाइन एक्सेस फीचर के माध्यम से हम अपने टैली डेटा को कही भी एक्सेस कर सकते है ऑनलाइन एक्सेस ब्राउज़र एक्सेस,रिमोट एक्सेस और सिनक्रोनाईजेशन करके किया जा सकता है.Browser access के बारे में जानने के लिए इस लेख में विस्तार से दिया गया है
पेरोल : यदि आप टैली में पेरोल मेन्टेन करना चाहते है तो मेन्टेन पेरोल और इनेबल पेरोल स्टेचुटोरी आप्शन को yes कर सकते है.
Others : कुश अन्य फीचर जो ऊपर दी गई किसी श्रेणी से जुड़े नहीं है उन्हें अन्य श्रेणी में रखा गया है.Enable multiples addesss , और मार्क मॉडिफाइड वाउचर्स इन दो आप्शन को जरुरत होने पर yes कर सकते है.
फाइनली इस लेख में टैली प्राइम के F11 features के बारे में हमने जाना .टैली में F11 features Configuration के लिए इस्तेमाल किया जाता है.टैली यूजर को इन कॉन्फ़िगरेशन के बारे में जानना आवश्यक है .इससे टैली प्राइम में हम कंपनी की जरुरत के अनुसार फीचर्स को सक्रिय करके उनका उपयोग कर सकते है .
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