लैजर एड्रेस क्या है ? टैली प्राइम में लेजर एड्रेस कैसे देखे? Display ledger address in Tally prime
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Tally backup restore kaise kare
पिछली पोस्ट में हमने सीखा टैली में बैकअप कैसे लेते है लेकिन टैली से लिए गए बैकअप को टैली में ओपन नहीं किया जा सकता .tally में लिए गए बैकअप को restore करना पड़ेंगा.tally data Restore करना बहुत आसान है .यदि आपके आपके पास टेली का कोई data है जिसे आप रिस्टोर करना चाहते है तो निचे दी गयी स्टेप्स का पालन करे .
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टैली में कंपनी बनाने के बाद ledger create करना पहली आवश्यकता है लेकिन उससे पहले ये जानना बहुत जरुरी है की लैजर होता क्या है ये तो सब जानते है की एकाउंटिंग computarised हो या मैन्युअल बही खातो पर, अकाउंट का पूरा सिस्टम Entries पर निर्भर होता है.और उन्ही Entries में उपयोग होनेवाले खातो को tally में ledger कहा जाता है
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Tally kya hai ? टैली के फीचर्स क्या है ? इस पोस्ट में ऐसी ही टैली पर सामान्य ज्ञान के बारे में बयाता गया हैं .जैसे tally में कम्पनी कैसे बनाते है , gateway of tally क्या होता है ,tally के फायदे क्या है इत्यादि के बारे में
what is Tally in hindi ? Tally kya hai ?
Tally kya hai? एक एकाउंटिंग सॉफ्टवेर है जो बहुराष्ट्रीय कंपनी Tally Solutions Pvt Ltd द्वारा बनाया गया है . जिसका उपयोग व्यापार के वित्तीय व्यवहारों की गणना करने और उसे संगृहीत करने में किया जाता है .सामान्य भाषा में कहे तो अपने व्यापर का लेखा जोखा इस सॉफ्टवेर के माध्यम से किया जाता है
पहले लोग बहुत सारे बुक्स बनाते थे . जिसे सामान्य भाषा में बही खाते कहा जाता है इसमें समय और मेहनत बहुत ज्यादा लगती है .लेकिन टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग से इसका समाधान भी निकल आया
Tally ke upyog ke karan : अकाउंट के इस बड़े व्यवहारों को एक सॉफ्टवेर के जरिये किया जाने लगा .अकाउंट से जुड़े कुश सॉफ्टवेर बने .उनमे से सबसे लोगप्रिय हुआ टैली . टैली अकाउंट के लिए सबसे उत्तम सॉफ्टवेर है जिसका उपयोग आसानी से कर सकते है .टैली में हर कंपनी को उसकी जरुरत के हिसाब से रिपोर्ट मिल जाती है . इसके अलावा tally में By Default कोई रिपोर्ट नहीं बनती है तो उसे Customization द्वारा की किया जा सकता है . और इसका एक फायदा ये भी है tally अपने कस्टमर को सपोर्ट भी करता है आप tally टोल फ्री नंबर पर कॉल करके किसी प्रॉब्लम को solve कर सकते है .
Features of Tally / benefits of tally in hindi
Tally ke features kya hai ? tally ka upyog kya hota hai? टैली सॉफ्टवेर से हमे क्या क्या सुविधाये प्राप्त होती है इन सब के बारे में जानने के लिए निचे दिए गए टैली फीचर्स हो समझे.
- Easy To Operate : टैली सॉफ्टवेर कुश इस तरह से बनाया गया है कि कोई भी व्यक्ति जिसे कंप्यूटर और अकाउंट का सामान्य ज्ञान है वो टैली में कार्य कर सकता है.एक बार टैली सॉफ्टवेर की बेसिक जानकारी प्राप्त हो जाये के बाद कुश ही दिनों टैली को आसानी से ऑपरेट कर सकते है .
- Bank Reconciliation : टैली में manually बैंकिंग एंट्री के समय की जानेवाली गलतियों को Bank Reconciliation के द्वारा सुधारा जा सकता है .टैली में बैंक की स्टेटमेंट भी Upload जी जाती है
- Import data : टैली में एक से अधिक कंपनी के डेटा पर एक साथ कार्य किया जा सकता है ऐसे में यदि हमे एक कंपनी के ट्रांजेक्शन या मास्टर को किसी अन्य कंपनी में एक्सपोर्ट करना हो तो टैली में इसकी सुविधा इम्पोर्ट डेटा के माध्यम से दी गयी है
- Automatic Report : टैली में एकाउंटिंग कार्य करने पर Balance Sheet ,Profit and Loss,Ratio Analysis ,Stock Summary जैसी रिपोर्ट तैयार हो जाती है .कंपनी को इन रिपोर्ट के अनुसार निर्णय लेने आसानी हो जाती है इन रिपोर्ट्स के अनुसार भविष्य की plannig की जा सकती है .
- Operate Multiple companies in single software :टैली में एक से ज्यादा कंपनी बनाकर अलग अलग कंपनियों में काम किया जा सकता है,इससे हम एक ही समय में एक से ज्यादा कंपनियों पर भी कर सकते है
- Securtiy control : ये टेली का सिक्यूरिटी फीचर है जिसके जरिये यूजर को passward के जरिये एक सिमित एंट्री तक कार्य करने की अनुमति दी जाती है.
- Inventory management : Accouting के साथ साथ टैली में स्टॉक भी मेन्टेन किया जा सकता है . वतर्मान में किसी आइटम का कितना स्टॉक पड़ा है टैलीमें automatic गणना करके रिपोर्ट निकाली जा सकती है
- Accounting Books : जैसे मैन्युअल बही खाते बनाते वक़्त अलग अलग बुक बनानें की जरुरत पड़ती है वैसे ही टैली में अकाउंट बुक Automatic बन जाते है .इसका लाभ ये है की हमे एक ही जगह पर सेकेंडो में में कोई की खाता बिना किसी मेहनत के देख सकते है .
- Payroll management : अकाउंट और इन्वेंटरी फीचर के साथ टैली का एक और पार्ट भी है जिसे Payroll कहा जाता है . इसमे कंपनी के employees की attendence मेन्टेन कर सैलरी शीट तैयार की जा सकती है .
- Update with current Situations : टैली सॉफ्टवेर उपयोग करने का ये एक लाभ है ही टैली सोलूशन कंपनी की आवश्यकताओ और सरकार की नीतियों के अनुसार रिलीज़ अपडेट करती है .Gst और ewabill जैसे नयी पालिसियो के अनुसार कंपनी ने अपने सॉफ्टवेर को भी अपडेट किया जिससे यूजर बड़ी आसानी से टैली में कर सकते है
How to create company in Tally Erp 9 / tally me company banana in hindi टैली में कम्पनी कैसे बनाये ?
टैली में एकाउंटिंग करने के लिए यूजर द्वारा एक कंपनी बनायी जाती है जिसमे कंपनी का नाम,कंपनी का पत्ता,इमेल,इत्यादि का समावेश होता है .टैली में कंपनी कैसे बनायीं जाती है निचे विस्तार से जानकारी दी गयी है टैली से सबसे पहला काम है company Create करना अथवा टैली में कंपनी बनाना निचे दी गयी जानकारी के अनुसार स्टेप बाय स्टेप टैली में कंपनी बनायीं जा सकती है
जैसे ही टैली आइकॉन पर डबल क्लिक करते है
COMPANY INFO डिटेल आता है जैसे स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है
न्यू कंपनी बनाने के लिए CREATE COMPANY पर क्लिक करे .क्रिएट कंपनी स्क्रीन पर जो भी आप्शन दिए गए है एक एक करके हमे अपनी कंपनी की जानकारी भरना है.
हर option का डिटेल में जैसे निचे लिखा है वैसे भरते जाइये .
DIRECTORY : इसमें वो लोकेशन डालिए जहा company का डाटा रहेंगा .अगर यहाँ आपको जो पहले से ही डिटेल डी है तो आप देख ले की आप उसी लोकेशन पर अपना डाटा रखना चाहते है
नाम : यहाँ आप कम्पनी का नाम डालिए
मैलिंग नाम : यहाँ ऊपर दिया नाम अपने आप आ जाता है . आप इसे change भी कर सकते है
ADDRESS : यहाँ कंपनी का पता लिखे
COUNTRY : यहाँ लिस्ट में से इंडिया सेलेक्ट करे
STATE : यहाँ अपने राज्य का नाम सेलेक्ट करे
PIN CODE : एड्रेस Coloumn में जो पता दिया है उसका पिन कोड डाले
PHONE NO. कंपनी का फ़ोन नंबर डाले
MOBILE NO.यहाँ कंपनी के Responsible मेम्बर का नंबर डाले
EMAIL ID : company की email.id डाले .
WEBSITE : अगर company की कोई website हो तो यहाँ उस website की एड्रेस डाले
FINANCIAL YEAR BEGINS FROM : यहाँ जिस वर्ष में कंपनी क्रिएट की जा रही है उसके Financial year प्रारंभ की तारीख डाले जैसे कंपनी 20 जनवरी 2019 से कार्यरत है तो वित्तीय वर्ष की पहली तारीख यहाँ दर्ज होंगी .उदाहरण – 01 -04 -2018
BOOKS BEGINING FROM : ऊपर डी गयी तारीख यहाँ अपने आप आ जाता है .आप इसे change कर सकते है जिस तारीख से company ओपन की गयी है वो तारीख डाले .
TALLY VAULT PASSWORD :पासवर्ड की बात करे तो समझ में आता की ये एक सिक्यूरिटी option है .जब भी कोई USER कंपनी ओपन करेंगा उसे पासवर्ड डालना पड़ेंगा . तो इसमें अपने हिसाब से एक पासवर्ड डाल दे .Repeat password में same password डाले
Use security Control : इस फंक्शन से अलग अलग यूजर को अलग अलग permission दी जाती है .
Base currency symbol : यहाँ company का करेंसी symbol डिटेल रहता है ये डिफ़ॉल्ट ही रहने दीजिये .
अब enter करते हुए accept कर दीजिये .
Gateway of Tally kya hai
कंपनी Open करने के बाद जो सक्रीन ओपन होती है वो होती है Gateway of Tally .टैली में हम जो काम करते है वो है अकाउंट के लिए ledger बनाना, stock item create करना , Payroll के लिए Employees क्रिएट करना और इन्ही ledger , item और employees का उपयोग वाउचर एंट्री में करना.Entry करने के बाद जो डाटा save होता है उस हिसाब से हमारी रिपोर्ट्स बनती है .जो रिपोर्ट बनती है वो डिस्प्ले होती है .gateway of tally पर रिपोर्ट्स में हमे यहाँ balance sheet , Profit & loss a/c ,stock summary के डिटेल मिलती है .इनके अलावा एक डिस्प्ले आप्शन होता है टैली गेटवे पर जिसपे क्लिक करके हम डिटेल में रिपोर्ट एंड एकाउंट्स देख सकते है .
Gateway of Tally :
Master :
मास्टर में Account info, Inventory and payroll info आप्शन आते है इन्वेंटरी और पेरोल आप्शन enable करने पर ही आते है Account info मे आप नए ledger , groups , voucher बना सकते है
Transaction
Transaction में वाउचर एंट्री पास की जाती है इसमें एकाउंटिंग ,इन्वेंटरी और पेरोल वाउचर की एंट्री की जाती है
Utilities :
ये बेंकिंग एंड डेटा इम्पोर्ट के लिए है किसी company से एक्सपोर्ट किया हुआ डाटा इम्पोर्ट किया जा सकता है . इसमें bank Reconciliation का option भी आता है .
Reports :
वाउचर एंट्री करने बाद टैली में automatic रिपोर्ट तैयार हो जाती है रिपोर्ट केटेगरी में हम उन रिपोर्ट को देख सकते है
इसमें Balance Sheet , Profit and loss A/c, Stock Summary , Ration Analysis Report आती है
Display :
इस मेनू में Trial Balance , Account Book Inventory book List of Accounts और रिपोर्ट डिस्प्ले होती है
Quit :
ये option company बंद कने के लिए होता है Quit कर क्लिक करने पर yes or no आप्शन आते है
yes पर क्लिक करने पर कंपनी क्लोज़ हो जाती है या enter बटन से भी close किया जाता है
Advantages of Tally :
- Maintain account and inventory
- Best Customer support
- Remote Access
- Data Synchronization
- Securtiy control
- Report generation
- Multi user system
- User friendly
- Data imprt and export
- Bank Reconcialation
इस लेख में हमने Tally kya hai, टैली के फीचर्स क्या है के बारे में विस्तार से जाना,इसके साथ ही हमने जाना टैली के फायदे क्या है Gateway of Tally में दिए गए आप्शन के बारे में भी जानकारी दी गयी जिससे नए टैली यूजर को टैली के बारे में समझने से आसानी हो.इस लेख से जुडी आपके पास कोई जानकरी या सुझाव हो कमेंट करके जरुर बताये.इस पोस्ट से यदि आपको कुश सीखने को मिला हो तो इसे शेयर करना न भूले.