इस पोस्ट journal voucher entry के बारे में बताया गया है जैसे Tally me journal voucher kya hai , Tally me journal voucher entry kaise kare ,Adjustment entry in tally , ete.
Tally me journal voucher entry kaise kare
जर्नल वाउचर लेखांकन का एक महत्वपूर्ण वाउचर है .Tallyadvice पर payment ,receipt और contra voucher के बारे में विस्तार से बताया गया है.किन्तु journal voucher इस प्रकार के accounting vouchars से भिन्न है क्योंकि अन्य वाउचर किसी अनिवार्य डॉक्यूमेंट पर आधारित होते है. और जर्नल वाउचर में अनेक ऐसी एंट्रीज की जाती है जिनका कोई अनिवार्य डॉक्यूमेंट नहीं रहता है.यदि किसी कारण से या भूल से भी कुश journal vouchar entry डिलीट हो गयी तो उसे रिकवर कर पाना कठिन है. ऐसे में इस समस्या से बचने का एक ही समाधान है प्रतिदिन बैकअप लिया जाये.टैली में बैकअप कैसे लेते है इस बारे में समझने के लिए इस पोस्ट को पढ़े.
what is journal voucher Entry ?
जर्नल वाउचर एक प्रकार का एकाउंटिंग वाउचर है जो कुश विशेष प्रविष्टियो के लिए उपयोग किया है .टैली में जो एंट्रीज़ रिसीप्ट ,पेमेंट ,कॉण्ट्रा ,परचेस, सेल voucher के माध्यम से नहीं की जाती वो journal voucher से ही की जाती है .account adjustment के लिए भी journal voucher का उपयोग किया जाता है .
टैली में journal voucher Entry करने ले लिए निचे दी गयी आसान स्टेप्स को जाने
- Gateway of tally से एकाउंटिंग वाउचर पर क्लिक करे .
- Vertical Button bar से F7: Journal बटन पर क्लिक करे
- अब एंट्री करने के लिए जर्नल वाउचर ओपन हो चूका है
- F:2 बटन दबाकर voucher date डाले
- जर्नल वाउचर में कम से कम दो खातो के बिच एंट्री करना है एक डेबिट और दुसरा क्रेडिट होंगा.डेबिट और क्रेडिट की जगह To और By का भी उपयोग किया जा सकता है
- narration में एंट्री से जुड़े विवरण को लिखा जाता है
- अंत में एंटर बटन दबाकर एंट्री सेव कर दे.
अब ये तो था Tally में journal voucher एंट्री करने के बारे.जैसे की पहले ही बताया गया है की खाते ( Ledgers ) डेबिट और क्रेडिट करना है तो किस प्रकार के खाते और व्यवहार के लिए journal entry करना है इस बारे में जानते है .निचे कुश उदहारण दिए गए है जिन्हें सीखकर journal voucher entry आसानी से समझ सकते है
Journal Voucher Entry Example
Salary of Mr Ram for the month of oct 2019 is 13000
इस उदहारण में दो खाते प्रभावित होंगे.एक Salary A/c और दूसरा Mr Ram A/c इस उदहारण से हम ये तो जान चुके है की पेमेंट एंट्री राम के खाते में जाएँगी परन्तु राम के लैजर में क्रेडिट में बैलेंस रहेंगा तो ही उसका खाता नील होंगा.ऐसे में राम के खाते को क्रेडिट करने के लिए tally में journal vouchar का उपयोग किया जायेंगा.इसके लिए journal entry कुश इस प्रकार होंगी.
Salary A/c … Dr
Mr Ram A/c.. Cr
Discount Journal Entry
जब ग्राहक द्वारा डिस्काउंट से जुडी निर्धारित शर्तो के अनुसार डिस्काउंट की कटौती करके पेमेंट प्राप्त होती है ऐसे में डिस्काउंट की एंट्री करने के लिए journal voucher का प्रयोग किया जाता है
example : Discount given ABC Computers Rs. 100
Discount A/c .. De
XYZ Trading co… Cr
Depriciation का अर्थ होता है मूल्य ह्रास.प्रतिवर्ष कंपनी की सम्पतियो का मूल्यह्रास होता है.सम्पतियो के अनुसार उनका depriciation प्रतिशत भी अलग होता है. tally में depriciation की एंट्री करने के लिए journal voucher का प्रयोग किया जाता है. Depriciation एक indirect expenses है.इसलिए इसे एंट्री करते समय डेबिट किया जायेंगा.
Example : Depriciation charged on Funiture Rs. 3600
Depriciation A/c.. Dr
To Furniture A/c Cr.
Adjustment Entry in Tally
खातो के बेलेंसेस को आपस में एडजस्ट करने के लिए journal voucher का उपयोग किया जाता है.किसी खाते में क्रेडिट एंट्री तब की जाती है जब उस खाते के नाम की पेमेंट प्राप्त होती है जैसे किसी ग्राहक को माल भेजने पर उसके प्राप्त रकम की एंट्री Receipt voucher से की जाती है किन्तु कभी कभी कुश परिस्थतियो में हमे देनदार से रकम प्राप्त नहीं होती या एक खाते की जमा राशि दुसरे खाते में परिवर्तित की जाती है .इन परिस्थियों में केवल journal voucher का ही प्रयोग किया जाता है
example : श्याम क्रिएशन के खाते में 5000 रूपए क्रेडिट है और श्याम गारमेंट के खाते में 5000 डेबिट.श्याम क्रिएशन के द्वारा कहा जाये उनके खाते में जमा राशि को श्याम गारमेंट के बैलेंस में एडजस्ट कर ले .इस प्रकार की एंट्री tally में करने के लिए journal voucher का प्रयोग किया जाता है
Shyam creation A/c …Dr
Shyam garment A/c……….Cr
Account Write off करने के लिए.
मान लीजिये किसी देनदार से प्राप्त राशि उसके खाते के बैलेंस से कम है ऐसे में उस खाते को की शेष बैलेंस को नील करने के लिए account write off किया जाता है जो की journal एंट्री से ही किया जाता है.प्रतिवर्ष कंपनी में कुश खाते ऐसे होते है जिनका शेष बैलेंस दस,बीस या पचास अर्थात बहुत कम है जो कभी प्राप्त नहीं होने वाले है ऐसे में उन खातो को नील करने के लिए Account Write off किये जाते है
डूबें हुए खातो के बैलेंस को नील करने के लिए
कंपनी के कुश देनदार ऐसे भी होते है ( वैसे न ही हो तो अच्छा है लेकिन हो भी सकते है) जो कम्पनी के पैसे डूबा देते है या कोई व्यापारी दिवालिया हो जाता है और अपनी बकाया राशि देने में असमर्थ होता है ऐसे में कंपनी को अपने account में उनके बैलेंस को नील अर्थात शुन्य करने के लिए डूबत खाते अर्थात Bad debts account का उपयोग किया जाता है. Bad debts की एंट्री करने के लिए tally में journal voucher का प्रयोग किया जाता है. .Bad debts A/c को डेबिट किया जायेंगा और जिस खाते के बैलेंस को नील किया जायेंगा उसे क्रेडिट.
JOURNNAL VOUCHER के बारे में संक्षिप्त जानकारी :
इस पोस्ट में Tally me journal voucher entry kaise kare इस बारे में बताया गया और उसके बाद कुश उदाहरणों द्वारा विस्तार से बताया गया. जिसे समझकर अन्य journal voucher एंट्रीज़ भी आसानी से की जा सकती है.इस पोस्ट से सम्बंधित यदि कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करके हमे जरुर बताये .आप हमे tallyadvice@gmail.com email भी कर सकते हैं .
Read more :
Transfer All Ledger stock item and vouchers from one company to another