डेबिट नोट क्या है ? टैली में डेबिट नोट एंट्री कैसे करे ? आज इस पोस्ट में हम डेबिट नोट के बारे जानेंगे . डेबिट नोट कैसे बनाते है. व्यापार में वस्तुओ और सेवाओ की खरीदी विक्री के लिए सेल बिल और परचेस बिल बनाये जाते है बिक्री के एंट्री के लिए सेल वाउचर और खरीदी की एंट्री के लिए परचेस वाउचर का उपयोग किया जाता है पर कभी कभी ख़रीदे गए मॉल में क्षतिपूर्ति होने पर क्रेता (खरीददार )द्वारा उस मॉल को वापस किया जाता है.ऐसी परिस्थति में मॉल वापस करने के दस्ताजेद के रूप डेबिट नोट बनाया जाता है. डेबिट नोट एक ऐसा दस्तावेज होता है जिसके माध्यम में खरीदी गयी वस्तुओ को वापस किया जाता है.उदहारण के लिए जैसे सिद्दी गारमेंनत ने आशीष क्रिएशन से 49700 का मॉल ख़रीदा और 28800 बाद किसी कारण वापस करना चाहता हो तो ऐसे में उन्हें पहले Debit note बनानी पड़ेगा.

Tally prime me debit note kaise banate hai ? Purchase return entry in Tally
डेबिट नोट दो माध्यम से बनाया जाता है एक मेनुअल और दूसरा computarised. computarised डेबिट नोट किसी सॉफ्टवेर के जरिये बनाया जाता है.टैली एक प्रचलित बहुभाषी एकाउंटिंग सॉफ्टवेर है वर्तमान में बहुत सी बड़ी बड़ी कंपनिया इस सॉफ्टवेर का उपयोग करती है. इस लेख में हम टैली प्राइम में डेबिट नोट बनाने के बारे में जानेंगे.
- Gateway of Tally से वाउचर्स पर क्लिक करे.
- अब डेबिट नोट वाउचर के लिए Alt+F5 बटन दबाये या F10 दबाकर डेबिट नोट सर्च करके उपसर इंटर करे.
- अब CONTROL+H दबाये .इससे स्क्रीन पर एक लिस्ट आयेंगी जिससे डेबिट नोट एंट्री किस मोड में करनी वो सेलेक्ट कर सकते है.जैसे आइटम वाइज डेबिट नोट बनाने के लिए ,केवल एकाउंटिंग invoice मोड में डेबिट नोट के लिए या फिर वाउचर मोड में एंट्री के लिए.
- आइटम वाइज डेबिट नोट बनाने के लिए आइटम इनवॉइस सेलेक्ट करे.
- अब जिस सप्लायर को गुड्स रिटर्न करना है उसका लेजर सेलेक्ट करे.
- लेजर सेलेक्ट करने के बाद अब डिस्पैच डिटेल डालना है जैसे LR No. & date , carrier name ,etc.
- Original invoice no. : Despatch detail के साथ ही ये आप्शन आता है.इसमें जिस बिल से मॉल रिटर्न हुआ है वो बिल नंबर और उस बिल की तारीख डालना है
- उसके बाद Ledger account में परचेस रिटर्न का लेजर सेलेक्ट करे.यदि पहले परचेस रिटर्न के लिए लेजर नहीं बनाया गया हो तो यहाँ से लेजर बनाये. ( परचेस रिटर्न के लेजर का group परचेस लेना है )
- अब डेबिट नोट में वापस किये गए मॉल का विवरण दर्ज करना है जैसे आइटम नाम,कितने यूनिट वापस किये गए है, वापस किये गया मॉल का मूल्य जो परचेस बिल में दिया गया हो.
- अब आइटम डिटेल डालने के बाद जो वैल्यू आती है उसपर टैक्स लगाना है. यदि व्यवहार एक ही राज्य में हो रहा है तो CGST & SGST लगाया जायेंगे और यदि विक्रेता अन्य राज्य का हो तो IGST लगाया जायेंगा.
- टैक्स जोड़ने के बाद अब आप्शन आता है Provide GST Detail इसे yes करे.अब यहाँ पर additional detail दर्ज किया जाता है. ( Reason for issuing debit note : यहाँ किस कारण से डेबिट नोट जारी किया जा रहा है दी गयी लिस्ट में से सही कारण चुने ,Supplier’s Debit/Credit note No. यहाँ पर सप्लायर द्वारा जारी किये गए Credit Note का नंबर दर्ज सकते है ) ( post sale discount,correction in invoice,rate difference जैसे कारणों से सप्लायर क्रेडिट नोट जारी करता है सप्लायर द्वारा दिए गए क्रेडिट नोट का नंबर और तारीख यहाँ दर्ज किया जाता है.
- Narration : narration में debit note entry से जुडी जानकारी डाल सकते है.

Golden Rules of Accounting in Hindi
Debit note entry के बारे में जानने से पहले हमे ये जानना आवश्यक है की debit note क्यों और कब बनाया जाता है?
कई बार ऐसा हो जाता है की सपलायर द्वारा प्राप्त वस्तु या सेवा में कमी या खराबी हो सकती है.ऐसे में क्रेता विक्रेता द्वारा जारी किये गए सेल इनवॉइस के मूल्य को कम करना चाहता है.किन्तु इसे सेल बिल में बदलाव नहीं किया जा सकता है इसके लिए क्रेता ( Buyer) को विक्रेता ( supplier ) के नाम से डेबिट नोट बनाना पड़ता है.निचे कुश कारण दिए गए है जिसमे ये ज्ञात होता है की डेबिट कब बनाया जाता है: reason for issuing debit note in hindi
डेबिट नोट कब बनाया जाता है ?
- Debit note For Return Goods: जब buyer विक्रेता से मॉल की खरीदी करता है और उस माल को किसी कारण से return किया जाता है इस व्यवहार को लेखांकन में वर्णित करने के लिए डेबिट नोट वाउचर बनाया जाता है.डेबिट नोट वाउचर एक सबुत होंता है जिससे ज्ञात होता है डेबिट नोट दिए गयी जानकरी (debit note date ,items, amount,etc ) के अनुसार बैलेंस सप्लायर के खाते में डेबिट किया गया है.और इसी डेबिट नोट के आधार पर क्रेता विक्रेता के खाते में क्रेडिट नोट की एंट्री करना है.
- Debit note for rate difference : कभी कभी ऐसा हो जाता है की सेल बिल में किसी आइटम का rate ज्यादा लगा दिया गया है.ऐसा में दुबारा सेल बिल में बदलाव नहीं किया जा सकता है इसके लिए टैली में rate difference के लिए डेबिट नोट बनाया जाता है
- Debit Note for Discount: buyer जब विक्रेता को पेमेंट करता है तो डिस्काउंट लेस करके पेमेंट करता है ऐसे में buyer विक्रेता के नाम पर एक एकाउंटिंग वाउचर फॉर्मेट में डेबिट नोट तैयार करता है.
Content of Debit Note :
- विक्रेता के व्यवसाय का नाम ,पत्ता, GSTIN क्रमांक
- खरीददार के व्यवसाय का नाम ,पत्ता, GSTIN क्रमांक
- दस्तावेज का नाम ( डेबिट नोट )
- डेबिट नोट की तारीख
- दस्तावेज क्रमांक
- आपूर्ति का स्थान ( Place of supply )
- आइटम नाम / सेवा का नाम
- आइटम का एच एस न कोड ( HSN CODE ) /सेक कोड ( SAC CODE )
- टैक्स प्रतिशत ( Percentage of Tax )
- टैक्स विवरण टेबल
- क्रेता या उसके अधिकृत प्रतिनिधि का हस्ताक्षर या डिजिटल हस्ताक्षर
Tally me sale bill kaise banaye ?
Debit note format in Tally Prime
डेबिट नोट फॉर्मेट को समझने के लिए ऊपर दिए गए कंटेंट को एक बार फिर से पढ़े जिसमे डेबिट नोट में किन किन घटकों को समावेश होता है ये समझा जा सकता है. टैली प्राइम में डेबिट नोट फॉर्मेट कुश इस प्रकार का होता है टैली से दो डेबिट नोट दो फॉर्मेट से प्राप्त कर सकते है Simple format debit note and Tax invoice debit note
Debit note format 1 – Simple format

Debit Note format 2 Invoice format

Debit Note Enter in Tally prime FAQs :
डेबिट नोट क्या होता है ?
डेबिट एक डॉक्यूमेंट होता है जो क्रेता ( Buyer ) प्राप्त वस्तु में कोई त्रुटी होने पर माल वापसी के लिए बनाता है .डेबिट नोट जारी करने पर क्रेता के अकाउंट में लेनदार का मूल्य कम जो जाता है
डेबिट नोट क्यों बनाया जाता है ?
खरीदी गयी वस्तु या सेवा को पूर्ण या आंशिक मूल्य वापस करने पर डेबिट नोट बनायी जाती है .जैसे 30000 में से 10000 की वस्तुएं वापस करने करने पर डेबिट नोट बनाया जा सकता है.
डेबिट नोट कौन बनाता है ?
डेबिट नोट ग्राहक द्वारा बनाया जाता है
टैली प्राइम में डेबिट नोट के लीये शॉर्टकट की क्या है ?
Alt +F 5
इस लेख में हमने जाना Debit note kya hai ? टैली में डेबिट नोट कैसे बनाते है ,डेबिट नोट में क्या क्या कंटेंट होते है है डेबिट नोट का फॉर्मेट किस प्रकार होता है फिर भी इस लेख के बारे में कोई सुझाव या आपके कोई सवाल हो हमने कमेंट या मेल करके पूछ सकते है और यदि इस पोस्ट केआपको कुश लाभ मिला है तो इसे शेयर जरुरु है जिससे अन्य लोगो को भी टैली प्राइम के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके .
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